प्रश्न
बड़े बड़े यंत्र
कई जटिल संयंत्र
तुम्हारा एक स्पर्श,
एक संकेत करते ही
चल पड़ते हैं
और तुम
स्वयं को बताते हो
शक्तिमान,
कभी कभी सर्वशक्तिमान भी
पर मित्र !
तुम्हें वह स्पर्श और संकेत
करने की समझ,
शक्ति,
बुद्धि और
अवसर
तुम्हें कौन देता है?
शायद वही
जो तुम्हारे अधीन नहीं है।