शिव भक्ति
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शिवजी का पूजन करें हम श्रद्धा के साथ। माता-पिता की भी पूजा करें हम श्रद्धा के साथ। शिव समान है पिता भी करते रहते तपस्या कठोर ।
इनको भी मन से श्रद्धा कीजिए तभी होगा कल्याण।
मां करती सदा मन का दूर तनाव ।
इनके रहते सदा हमेशा निस्वार्थ प्यार ।
निराकार है शिव ब्रह्मा करते सबका कल्याण। माता-पिता भी है चारों धाम
संतान का करे हमेशा कल्याण ।
शिव की करे जो उपासना
हो जाता संकट पार ।
जो जाप करें शिव के
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उसे मिलता सुख का संसार।
शिव महिमा कैसे करें मेरी वाणी है लाचार। माता-पिता के एहसान भी कैसे चुकाए संतान । कैसे करूं मेरी भी क्षमता के पार।
(स्वरचित )संध्या चौधरी उर्वशी