भावांजलि के शुभारंभ पर पुस्तकों के लोकार्पण के साथ आयोजित हुई काव्य गोष्ठी
रविवार 4 दिसंबर 2022 डी ए वी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जगाधरी रोड अंबाला छावनी के सभागार में एक भव्य कार्यक्रम के अंतर्गत कला एवं साहित्य को समर्पित मंच ‘भावांजलि’ का शुभारंभ किया गया जिस में 6 साहित्यिक पुस्तकों का लोकार्पण हुआ एवं लोगों का दिल जीतने वाले अंदाज में कवियों ने काव्य गोष्ठी में अपनी रचनाएं पेश करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता सिरसा से पधारे सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार प्रो० आर. पी. सेठी ‘कमाल’ जी ने की । मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को सुशोभित किया फिलाडेल्फिया मिशन
अस्पताल के डायरेक्टर समाजसेवी डॉक्टर सुनील सादिक़ जी ने। विशिष्ट अतिथि के रूप में जाने-माने अंतर्राष्ट्रीय शायर डॉक्टर नफ़स अम्बालवी के साथ प्रख्यात साहित्यकार डॉ प्रदीप स्नेही और लोकप्रिय शाइरा और राष्ट्रपति अवार्डी श्रीमती सोनिया सोनम पानीपत से उपस्थित रहे। साहित्य कला मंच ‘भावांजलि’ अनौपचारिक रूप से नई पुरानी साहित्यिक प्रतिभाओं को समाज के साथ रूबरू कराने का एक कारगर माध्यम बन चुका है जिस की विधिवत शुरुआत की गई है पुस्तकों के विमोचन में कैंसर पर केंद्रित लतिका बत्रा द्वारा लिखित आत्मकथात्मक उपन्यास ‘पुकारा है जिंदगी को कई बार डियर कैंसर’ , लतिका बत्रा, रश्मि भटनागर एवं स्वर्गीय राका राय द्वारा रचित सहयोगी काव्य संकलन ‘दर्द के इंद्रधनु’ , अंजलि सिफ़र द्वारा लघु कथा संकलन ‘हेलो ज़िन्दगी’ एवं ग़ज़ल संग्रह ‘ लम्हों के परिंदे’ डॉ राका राय द्वारा रचित कथा संग्रह ‘पीपल और फुल टूशी’ तथा श्रीमती रीना सिंह द्वारा रचित काव्य संग्रह ‘ख़याल ए सुख ‘ का विमोचन गणमान्य अतिथियों के कर कमलों से हुआ ।पुस्तकों के बारे में समीक्षात्मक प्रस्तुति करते हुए साहित्यकार ओम बनमाली, लेखक जयपाल, कहानीकार पंकज शर्मा, साहित्यकार प्रो० आर.पी. सेठी कमाल ने रचनाकारों उन्हें को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं अर्पित की। कार्यक्रम के अंत में हिंदी , उर्दू एवं पंजाबी के शायरों ने अपने रचना पाठ से श्रोताओं को आनंदित किया और श्रोताओं ने भी खुलकर उन्हें दाद दी। कवियों में नफ़स अम्बालवी, प्रदीप स्नेही, आर.पी. सेठी कमाल, अंजलि सिफ़र, ओम बनमाली, दिव्या भसीन कोचर, दीया शर्मा, सुमन लूथरा, सवीना सवी, प्रकाश कुरुक्षेत्री, सूबे सिंह सुजान, हरीश बावरा, डॉ विजय चोपड़ा एवं सोनिया अक्स सोनम ने अपनी रचनाएं सुनाई ।कार्यक्रम के अंत में ओम बनमाली ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और भविष्य में भावांजलि द्वारा और भी बेहतर कार्यक्रम किए जाने की आशा प्रकट की। प्रिंसिपल शीतल शर्मा की पूरे कार्यक्रम के दौरान पूर्ण भागीदारी रही. जलपान और अल्पाहार के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। कार्यक्रम का संचालन ओम बनमाली ने किया ।श्रोताओं में साहित्यकार, रंगमंचीय कलाकार, समाज सेवी, शिक्षाविद, चिकित्सक व अन्य बुद्धिजीवी उपस्थित रहे ।
Youtube पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रहा इस लिंक पर
अंजलि सिफ़र
संस्थापक भावांजलि