प्रेरणा दर्पण साहित्यिक सांस्कृतिक मंच एवं साहित्य 24 के सयुंक्त तत्वाधान में बहुप्रतीक्षित साझा काव्य संकलन “मन के मनके” का लोकार्पण दिनांक २७/०३/२०२३ को लालपुर स्थित हॉटेल सिटी पैलेस में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। पुस्तक का संपादन डॉ शुभ्रा सिंह एवं प्रतिमा त्रिपाठी जी द्वारा किया गया है। मंच जी अध्यक्षता […]
Category: कविता
रंगी मै श्याम रंग का सफल समापन
केशव कल्चर के तत्वाधान में 24 दिवसीय बसंतोत्सव के अंतर्गत “रंगी मैं श्याम रंग” कार्यक्रम का सफल समापन हुआ। इस कार्यक्रम में 24 दिन एकल काव्य पाठ के बाद 25वें दिन अनवरत 24 घंटे ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के प्रसारण में साहित्य 24 का भरपूर सहयोग […]
रांची के कवियों को मुंगेर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने किया सम्मानित। काव्य रस की फुहार से भीगतें रहे श्रोता।
रांची।मुंगेर चेंबर ऑफ कॉमर्स की हवेली खड़गपुर शाखा की ओर से पंच कुमारी कन्या उच्च विद्यालय परिसर में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें रांची झारखंड के सदानंद सिंह यादव, डॉक्टर सुरेंद्र कौर नीलम, नेहाल हुसैन सरैयावी, चंद्रिका ठाकुर देशदीप तथा डॉ रजनी शर्मा चंदा ने शिरकत किया। […]
ऋतु राज बसन्त-ज्योति जोशी बमनाला।
ऋतु राज बसन्त हो रहा ऋतुराज बसन्त का आगमन। मौसम हुआ मोहक,मन भावन।। खिलने लग गये नये कोपल। कितने सुंदर, नाजुक कोमल।। धरती ने कैसा नव रुप धरा। हो गया दृश्य कैसा हरा भरा।। गेंहू में लगने लगी बालियां। झुमने लगी है सारी डालिया।। सरसो के खेत पीली ओढ़ चुनरिया। […]
केशव कल्चर योग और संयोग है.
केशव कल्चर योग और संयोग है सुरेश खांडवेकर का उद्बोधन आज बसन्तोत्सव “रंगी मैं श्याम रंग” का अंतिम दिन और पाप मोचिनी एकदाशी का सुयोग भी है। ये दिन हमारे लिए बहुत महत्व रखता है।हमने 17 मार्च 2023 शाम 8:00 बजे से लेकर 18 मार्च शाम के 8:00 बजे तक […]
A TREE IS KNOWN BY ITS FRUITS AND A HUMAN BEING IS KNOWN BY HIS OR HER DEEDS.
CHINAR SHAH A SOCIAL WORKER A MOTIVATOR is a person who is all about good vibes. She embodies a perfect example of grace, poise and elegance. Her aura is such positive that fills the hearts of the people around her. Though far away from our reach but writing […]
मै राजकपूर होगया
कल का दिन बहुत ही ख़ास और मनोरंजन से भरपूर रहा। पहले तो बहुत ही प्रतिष्ठित पटल ‘अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति ‘ में मेरा लाइव काव्यपाठ बहुत सफ़ल रहा। रहा। देश-विदेश के साहित्यकारों ने मुझे सुना और बहुत सराहा। 6 बजे जैसे ही काव्यपाठ समाप्त हुआ तो मुझे […]
कान्हा को पाती-वन्दना सिंह
कान्हा को पाती- भावों के आवेगो को कैसे तुम तक पहुँचाऊँ मुरली वाले हे! लीलाधर क्या मैं तुम्हे बताऊँ आखें मूंदती हूँ तो प्रभु उर में मचे हलचल और खोलूं जो आखें हलचल में खो जाऊँ। कुछ दुःख ऐसे प्रभु जो असहनीय है सारे तुम तो जानते हो दीनानाथ क्या […]
अनवांटेड लव
अनवांटेड लव रोहिणी धड़धड़ाते हुए कालेज की सीढ़िया उतर रही थी। अचानक बीच में कमल आ गया और उसे खींचते हुए कैंपस में एक तरफ ले गया। “सुनो… मुझे तुमसे कुछ कहना है।” “हूं…सुन रही हूँ, बोलो।” रोहिणी बेरुखी से बोली। “ऐसे तो तुम हर रंग में खिलती हो पर […]